Please Update The Application
New Design Is Available

फ़क़ीर मिजाज़ हूँ,

अपना अंदाज़ औरों से

जुदा रखता हूँ

लोग मंदिर मस्जिदों में

जाते है, मैं अपने दिल में

महाकाल को रखता हूँ